Tutor India blog

15 अगस्त 1947 का इतिहास, भारत के साथ यह 5 देश भी आजाद हुए थे



Independence day 2022: भारत ने आखिरकार 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद आजाद हवा (Independence Day) में सांस ली और भारत ने आजाद सुबह का सूरज देखा| आजादी के इस सूरज में बंटवारे के जख्म दिए भारत दो टुकड़ों में बंट गया था, पाकिस्तान को अलग देश घोषित कर दिया गया | बंटवारे के बाद मिली आजादी खुशी के साथ ही दंगों और सांप्रदायिक हिंसा का दर्द भी दे गई | उस समय लॉर्ड लुइस माउंटबेटन भारत के अंतिम वाइस रॉय थे | 

देश के इतिहास में 14 अगस्त की तारीख आंसुओं से लिखी गई। जब देश का विभाजन हुआ और 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान तथा 15 अगस्त, 1947 को भारत को एक अलग-अलग राष्ट्र घोषित कर दिया गया। इस विभाजन में न केवल भारतीय उप-महाद्वीप के दो टुकड़े हुए बल्कि बंगाल के पूर्वी हिस्से को भारत से अलग कर पूर्वी पाकिस्तान बना दिया गया था | बाद में 1971 के युद्ध के बाद बांग्लादेश बना दिया गया । आजादी के बाद भारत का कोई राष्ट्रगान नहीं था। जन-गण-मन को 1950 में ही भारत के राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया गया।


देश का बंटवारा के साथ यह दिलों का, परिवारों का, रिश्तों का और भावनाओं का बंटवारा था। भारत मां के सीने पर बंटवारे का यह जख्म सदियों तक रिसता रहेगा और आने वाली नस्लें तारीख के इस सबसे दर्दनाक और रक्तरंजित दिन की टीस महसूस करती रहेंगी।

आजादी से पहले ही देश के मुसलमान अपने लिए अलग देश की मांग कर रहे थे. इनकी मांग का नेतृत्‍व मुस्लिम लीग के मोहम्‍मद अली जिन्‍ना कर रहे थे | उस वक्‍त देश की आबादी 40 करोड़ के करीब थी |  इनमें से करीब एक चौथाई मुस्लिम थे.


यह बंटवारा इतना भी आसान नहीं था, इस दौरान दंगे हुए जिनमें लाखों लोग मारे गए. देश ने ऐसा दौर भी देखा जब एक आजादी की जंग शुरू करने वाले एक-दूसरे के दुश्‍मन बन गए. पुरुषों की लड़ाई में सबसे ज्‍यादा दर्द महिलाओं ने झेला, दंगों में उनके साथ बुरा व्‍यवहार किया गया और बदसलूकी की गई |

इस बंटवारे से पंजाब के लोगों को काफी दुख उठाना पड़ा। उनके कुछ परिवार आज भी पाकिस्तान में है और कुछ पंजाब में। सोशल मीडिया और करतारपुर साहिब कॉरिडोर के जरिए आज भी अपने परिवारों को और अपने पूर्वजों को मिलते हैं।अपने बिछड़े परिवार के भाई बहन! और बेटा बेटियों को देख कर आज भी भावुक हो जाते हैं।

भारत के साथ यह देश  भी 15 अगस्त को हुए थे आजाद 

1. बहरीन (Bahrain)

भारत की तरह बहरीन भी ब्रिटेन की गुलामी की जंजीरों में कैद था। खा जाता है कि  ब्रिटिश फौज ने 1960 के दशक से बहरीन को छोड़ना शुरू कर दिया। बहरीन और ब्रिटेन के बीच 1971 में ट्रीटी हुई जिसके बाद बहरीन ब्रिटिश से आजाद हो गया।

2. कांगो (Congo)

फ्रांस ने अफ्रीकी देश कांगो पर 1880 में कब्जा कर लिया था। कई साल गुलामी के बाद कांगो 15 अगस्त 1960 को फ्रांस से आजाद हो गया था। आजादी के बाद कांगो, रिपब्लिक ऑफ कांगो बन गया। ये देश भी 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है।

लिकटेंस्टीन (Liechtenstein)

ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड के बीच लिकटेंस्टीन नाम का एक देश 1866 से पहले तक जर्मनी के अधीन था। 15 अगस्त 1866 को लिकटेंस्टीन जर्मनी से आजाद हो गया। बाद में 1940 से लिकटेंस्टीन ने 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है |

दक्षिण कोरिया (South Korea)

1945 से पहले दक्षिण कोरिया पर जापान का कब्जा था। लेकिन संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और सोवियत फोर्सेज ने दक्षिण कोरिया को जापान के गुलामी से आजाद कराया। 15 अगस्त को दक्षिण कोरिया स्वतंत्र हुआ था।

उत्तर कोरिया (North Korea)

उत्तर कोरिया भी 15 अगस्त 1945 को आजाद हुआ था। ये देश भी जापान के अधीन था। आजादी के बाद से नॉर्थ कोरिया ने 15 अगस्त को नेशनल हॉलीडे के तौर पर मनाने की घोषणा की।


कोई टिप्पणी नहीं

you can ask any question related to general knowledge

Blogger द्वारा संचालित.